Tuesday, 3 January 2017

some hurried words to express some random thoughts -on the advent of a New Year


some hurried words to express some random thoughts 

नव  नया नूतन नवीन 
ये शब्द हर वर्ष एक बार 
अवश्य सार्थक हो जाते है 
जब वर्ष बदलता है कॅलेंडर। 
पिछला   हर क्षन इतिहास बन जाता  
पिछ्ला हर वर्ष मौन हो जाता। 

आँखे जो सपनो में खो जाती 
रात दिसंबर इकतीस के 
वो जाग सवेरा देखती है 
एक नव वर्ष के प्रांगन में 



समय सदा गतिवान है 
इक्छाओ से भरा  विमान है 
कैलेंडर के पन्ने  पीछे छोड़
ढल जाता है इक नए रंग में 

नव नया नूतन और नवीन 
ये शब्द हर वर्ष जुड़ जाते 
नए कैलेंडर  के पन्नो से। 

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